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“इंक्रेडिबल इंडिया अभियान: भारत की अद्भुतता को दुनिया तक पहुँचाने की पहल”

प्रस्तावना

भारत — एक ऐसा देश जो विविधताओं का संगम है। यहाँ की सांस्कृतिक विरासत, भौगोलिक विविधता, परंपराएँ और आतिथ्य सत्कार विश्व में अद्वितीय हैं। इसी अनूठे स्वरूप को विश्व समुदाय के सामने प्रस्तुत करने के लिए भारत सरकार ने वर्ष 2002 में एक विशेष अभियान शुरू किया, जिसे “Incredible India” (अतुल्य भारत) कहा गया। इस अभियान ने पर्यटन को न केवल एक आर्थिक स्रोत के रूप में बढ़ावा दिया, बल्कि भारत की छवि को भी वैश्विक पटल पर सुदृढ़ किया।

इस लेख में हम जानेंगे कि इंक्रेडिबल इंडिया अभियान क्या है, इसका उद्देश्य क्या रहा, इसे कैसे प्रचारित किया गया, इसने क्या बदलाव लाए, और इसके सामने आने वाली चुनौतियाँ क्या थीं।


Incredible India अभियान का विचार और उद्देश्य

“Incredible India” एक राष्ट्रीय स्तर का पर्यटन प्रचार अभियान है जिसे भारत सरकार के पर्यटन मंत्रालय ने 2002 में शुरू किया था। इस अभियान का मूल उद्देश्य भारत की सांस्कृतिक विविधता, ऐतिहासिक धरोहरों, प्राकृतिक सौंदर्य और परंपराओं को देश-विदेश में प्रचारित करना था।

इस अभियान के पीछे दो प्रमुख उद्देश्य थे:

  1. विदेशी पर्यटकों को भारत की ओर आकर्षित करना।
  2. भारतीय नागरिकों में पर्यटन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण विकसित करना।

इस अभियान की टैगलाइन थी — “Find the Incredible You” — अर्थात्, भारत की यात्रा में आप स्वयं की खोज करेंगे।


अभियान की प्रमुख विशेषताएँ

1. अतिथि देवो भव:

इस अभियान के तहत “अतिथि देवो भव:” को उप-अभियान के रूप में जोड़ा गया। इसका मुख्य उद्देश्य था भारत आने वाले पर्यटकों के प्रति नागरिकों की सोच और व्यवहार को संवेदनशील बनाना। इसमें नागरिकों को पर्यटकों से सम्मानपूर्वक व्यवहार, मदद और सौहार्दपूर्ण आचरण के लिए प्रेरित किया गया।

2. प्रसिद्ध हस्तियों का योगदान:

अभियान की लोकप्रियता को बढ़ाने के लिए इसमें बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता आमिर खान को ब्रांड एंबेसडर बनाया गया। उनके द्वारा किए गए विज्ञापनों ने देशभर में सकारात्मक प्रभाव डाला।

बाद में, अभिनेता अमिताभ बच्चन, प्रियंका चोपड़ा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अभियान से जुड़कर इसे नई ऊँचाइयों तक पहुँचाया।


डिजिटल और क्रिएटिव प्रचार रणनीतियाँ

विज्ञापन और डिजिटल माध्यमों के ज़रिए इस अभियान को व्यापक जनसमूह तक पहुँचाया गया। कुछ प्रसिद्ध राज्यों के अनूठे टैगलाइन ने इसे और अधिक प्रभावी बनाया:

  • राजस्थान: “जानें क्या दिख जाए!” – राजस्थान के रहस्य, रंग, और ऐतिहासिक स्थलों को आकर्षक ढंग से दर्शाया गया।
  • मध्य प्रदेश: “भारत का दिल देखो!” – प्राकृतिक सौंदर्य, वन्यजीवन और ऐतिहासिक विरासत को उजागर किया गया।
  • जम्मू-कश्मीर: “जहाँ समय ठहर जाता है!” – घाटी की सुंदरता और शांत वातावरण को दिखाया गया।

इन क्रिएटिव कैंपेन ने राज्यों के पर्यटन को जबरदस्त बढ़ावा दिया।


कैसे हुआ विश्वभर में प्रचार

इस अभियान को केवल भारत तक सीमित नहीं रखा गया। विदेशों में भारतीय दूतावासों और अंतरराष्ट्रीय पर्यटन मेलों में इस अभियान के पोस्टर, वीडियो और ब्रोशर प्रदर्शित किए गए। सोशल मीडिया पर भी शानदार विज़ुअल्स और कहानियों के माध्यम से इसे प्रचारित किया गया।

इसके साथ ही, यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थलों को भारत में प्रचारित कर पर्यटन को वैश्विक समर्थन भी मिला।


Incredible India अभियान का विश्लेषण

सकारात्मक प्रभाव:

  1. पर्यटकों की संख्या में वृद्धि – 2002 के बाद विदेशी पर्यटकों की संख्या में निरंतर बढ़ोतरी देखी गई।
  2. आर्थिक विकास – पर्यटन से जुड़े क्षेत्रों में रोजगार बढ़ा और विदेशी मुद्रा में बढ़ोतरी हुई।
  3. भारत की वैश्विक छवि में सुधार – भारत को एक विविधतापूर्ण, सुंदर, और स्वागतयोग्य देश के रूप में प्रस्तुत किया गया।

नकारात्मक पहलू व आलोचना:

  1. कुछ क्षेत्रों की उपेक्षा – पूर्वोत्तर राज्यों, छोटे कस्बों और जनजातीय क्षेत्रों को उतना प्रचार नहीं मिला जितना अन्य प्रमुख राज्यों को।
  2. संस्कृति का एकपक्षीय चित्रण – भारत की विविधता को कभी-कभी केवल कुछ राज्य या संस्कृतियों तक सीमित कर दिखाया गया।
  3. स्थानीय समस्याएँ – पर्यटन स्थलों की बुनियादी सुविधाओं की कमी, स्वच्छता और सुरक्षा की चुनौतियाँ अब भी बनी हुई हैं।

पुनः ब्रांडिंग और आगे की राह

सरकार ने 2018 के बाद इस अभियान को नए स्वरूप में पुनः ब्रांड किया और इसका ध्यान अधिक अनुभवात्मक पर्यटन पर केंद्रित किया गया। अब केवल दर्शनीय स्थलों तक सीमित न रहते हुए, यात्रियों को भारतीय संस्कृति में सहभागिता के लिए प्रोत्साहित किया गया — जैसे योग सत्र, हस्तशिल्प कार्यशालाएँ, लोक कला प्रदर्शन आदि।

इससे एक नया ट्रेंड शुरू हुआ जिसे “सस्टेनेबल टूरिज्म” कहा गया, जहाँ पर्यटन के साथ-साथ पर्यावरण, संस्कृति और समुदाय का भी ध्यान रखा जाता है।


कोविड-19 के बाद पर्यटन की वापसी

कोविड-19 महामारी के दौरान पर्यटन उद्योग ठहर सा गया था। लेकिन “Incredible India” अभियान ने महामारी के बाद एक बार फिर नयी ऊर्जा के साथ डिजिटल प्रचार शुरू किया। “Dekho Apna Desh” अभियान के ज़रिए देशवासियों को भारत घूमने के लिए प्रेरित किया गया।

ऑनलाइन वेबिनार, वर्चुअल टूर, और ई-ब्रोशर के ज़रिए लोगों को भारत के अज्ञात और सुंदर पर्यटन स्थलों से परिचित कराया गया।


निष्कर्ष

“Incredible India” अभियान भारत सरकार की सबसे सफल प्रचार पहलों में से एक रही है। इसने न केवल विदेशी पर्यटकों को भारत की ओर आकर्षित किया बल्कि भारत की छवि को भी पूरी दुनिया में बेहतर बनाया। हालाँकि इसमें कुछ चुनौतियाँ भी रहीं, परंतु सरकार के निरंतर प्रयासों, रचनात्मक विज्ञापन, डिजिटल पहुंच और नागरिक भागीदारी से यह अभियान आज भी प्रासंगिक और प्रभावशाली बना हुआ है।

भारत वास्तव में ‘अतुल्य’ है — इसकी भूमि, इसकी संस्कृति, इसकी आत्मा।

Twinkle Pandey

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