सामान्य ज्ञान

चंडीगढ़ के प्रसिद्ध व्यक्तित्व : एक शानदार सफर

भारत के नक्शे पर चंडीगढ़ एक ऐसा शहर है, जो अपने खूबसूरत बाग-बगिचों, चौड़ी और साफ सड़कों, सुनियोजित वास्तुकला और हरे-भरे वातावरण के लिए प्रसिद्ध है। लेकिन चंडीगढ़ केवल अपनी सुंदरता के लिए ही नहीं, बल्कि उन असाधारण व्यक्तित्वों के लिए भी जाना जाता है जिन्होंने इस शहर से निकलकर देश-दुनिया में अपना नाम रोशन किया है।

चंडीगढ़ एक ऐसा अनूठा संगम है, जहां इतिहास की गरिमा आधुनिकता के साथ कदमताल करती है। यहां के हर मोड़ पर कुछ नया देखने को मिलता है — स्वादिष्ट भोजन से लेकर विश्वस्तरीय पर्यटन स्थलों तक, इस शहर में हर किसी के लिए कुछ न कुछ है।

चलिए जानते हैं उन चमकते सितारों के बारे में, जिन्होंने चंडीगढ़ की मिट्टी में जन्म लेकर अपनी मेहनत और हुनर से अंतरराष्ट्रीय पहचान बनाई।


1. यामी गौतम – चंडीगढ़ से बॉलीवुड तक का सफर

यामी गौतम का नाम आज हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में किसी परिचय का मोहताज नहीं है।
हालांकि उनका जन्म हिमाचल प्रदेश में हुआ था, लेकिन उनका बचपन चंडीगढ़ में बीता।

उन्होंने टीवी सीरियल ‘चांद के पार चलो’ से अपने करियर की शुरुआत की थी, और फिर दक्षिण भारतीय सिनेमा में भी कई फिल्में कीं। वर्ष 2012 में आयुष्मान खुराना के साथ उनकी फिल्म “विकी डोनर” आई, जिसने न केवल बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाया, बल्कि यामी को भी रातों-रात स्टार बना दिया।

इसके बाद यामी ने ‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’, ‘काबिल’, ‘बाला’ जैसी कई सफल फिल्मों में शानदार अभिनय किया।
आज वे भारतीय सिनेमा में एक सम्मानित स्थान रखती हैं।


2. आयुष्मान खुराना – चंडीगढ़ का मल्टी-टैलेंटेड स्टार

आयुष्मान खुराना ने चंडीगढ़ के डीएवी कॉलेज से पढ़ाई की। वह न केवल एक उम्दा अभिनेता हैं, बल्कि एक शानदार गायक और लेखक भी हैं।
उनकी सफलता की कहानी ‘रोडीज़ 2’ जीतने के बाद शुरू हुई, जब उन्होंने बतौर VJ और RJ काम करना शुरू किया।

2012 में, यामी गौतम के साथ उनकी फिल्म ‘विकी डोनर’ सुपरहिट रही।
आज आयुष्मान को उनके हटके किरदारों और सामाजिक मुद्दों पर आधारित फिल्मों के लिए जाना जाता है, जैसे ‘दम लगा के हईशा’, ‘शुभ मंगल सावधान’, ‘अंधाधुन’ और ‘ड्रीम गर्ल’।

उनके गाए हुए गीत ‘पानी दा रंग’ को भी अपार लोकप्रियता मिली।


3. युवराज सिंह – चंडीगढ़ का शेर

चंडीगढ़ के गौरव, युवराज सिंह भारतीय क्रिकेट का एक चमकता सितारा हैं।
उन्होंने अपने धाकड़ बल्लेबाज़ी से कई बार भारत को गौरवान्वित किया।

युवराज को 2007 टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के खिलाफ स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में लगातार छह छक्के मारने के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
इसके अलावा 2011 क्रिकेट विश्व कप में उनकी अविश्वसनीय ऑलराउंड परफॉर्मेंस ने भारत को ट्रॉफी दिलाने में अहम भूमिका निभाई।

कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी से जंग जीतने के बाद युवराज ने अपनी कहानी से लाखों लोगों को प्रेरित किया।
उनकी किताब ‘The Test of My Life‘ उनकी जुझारू भावना को दर्शाती है।


4. कपिल देव – भारत के पहले वर्ल्ड कप विजेता कप्तान

कपिल देव का जन्म भले ही हरियाणा में हुआ हो, लेकिन उनका गहरा नाता चंडीगढ़ से भी है।
उनकी कप्तानी में भारत ने 1983 में पहला क्रिकेट विश्व कप जीता।

कपिल देव भारतीय क्रिकेट के ऐसे नायक हैं, जिन्होंने तेज गेंदबाजी और आक्रामक बल्लेबाजी का अनूठा संगम दिखाया।
उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में 5000 रन और 400 से अधिक विकेट का रिकॉर्ड अपने नाम किया।

कपिल देव को अर्जुन पुरस्कार, पद्म श्री और पद्म भूषण जैसे बड़े सम्मान प्राप्त हुए हैं।
उनके जीवन पर आधारित फिल्म ‘83‘ भी लोगों को उनकी महानता से रूबरू कराती है।


5. मिल्खा सिंह – उड़न सिख

चंडीगढ़ के सबसे बड़े गौरवों में से एक हैं – मिल्खा सिंह
उनकी प्रेरणादायक जीवनगाथा ने देश को बताया कि कठिन परिश्रम और अनुशासन से कोई भी शिखर पर पहुंच सकता है।

मिल्खा सिंह ने एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों में कई स्वर्ण पदक जीते।
वह 1960 के रोम ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहे, जहां वे महज सेकंड्स के फर्क से ब्रॉन्ज मेडल चूक गए।

उनकी जीवन यात्रा पर बनी फिल्म ‘भाग मिल्खा भाग‘ ने उन्हें एक नई पीढ़ी में फिर से जीवंत कर दिया।
उनके संघर्ष, अनुशासन और देशभक्ति की भावना आज भी लोगों के दिलों में जिंदा है।


6. अभिनव बिंद्रा – ओलंपिक गोल्ड लाने वाला चैंपियन

अभिनव बिंद्रा भारत के पहले खिलाड़ी हैं जिन्होंने व्यक्तिगत स्पर्धा में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रच दिया।
वे 2008 बीजिंग ओलंपिक में शूटिंग में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने।

उन्होंने अपने करियर में 150 से अधिक राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मेडल जीते।
अभिनव आज एक सफल उद्यमी भी हैं और Abhinav Futuristics जैसी कंपनियों का संचालन करते हैं।

उनकी किताब ‘A Shot at History‘ एक प्रेरणादायक दस्तावेज है।


7. सचिन बंसल और बिन्नी बंसल – चंडीगढ़ के स्टार्टअप बादशाह

अगर आप ऑनलाइन शॉपिंग करते हैं तो Flipkart का नाम जरूर सुना होगा।
इस ई-कॉमर्स दिग्गज की स्थापना चंडीगढ़ के दो होनहार युवाओं, सचिन बंसल और बिन्नी बंसल ने 2007 में की थी।

आईआईटी दिल्ली से स्नातक करने के बाद, दोनों ने एक छोटे ऑनलाइन बुक स्टोर से शुरुआत की और उसे भारत के सबसे बड़े ऑनलाइन रिटेलर में बदल दिया।
2018 में, उन्होंने Flipkart को अमेरिकी कंपनी Walmart को $20.8 बिलियन में बेच दिया।

आज दोनों भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम के प्रेरणास्रोत हैं।


8. किरण खेर – अभिनय और राजनीति में चमकता सितारा

किरण खेर न केवल एक शानदार अभिनेत्री हैं, बल्कि एक सक्रिय राजनेता भी हैं।
चंडीगढ़ से भारतीय जनता पार्टी की सांसद के रूप में भी वे कार्य कर चुकी हैं।

उनकी फिल्मों में ‘देवदास’, ‘दोस्ताना’ और ‘ओम शांति ओम’ जैसे बड़े नाम शामिल हैं।
किरण खेर अपनी दमदार आवाज़ और बेबाक अंदाज के लिए जानी जाती हैं।


9. नीरजा भनोट – बलिदान और साहस की मिसाल

चंडीगढ़ में जन्मी नीरजा भनोट का नाम भारत की शौर्य गाथाओं में स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया है।
1986 में, जब आतंकवादियों ने पैन ऐम फ्लाइट 73 का अपहरण किया था, नीरजा ने अपने प्राणों की आहुति देकर सैकड़ों यात्रियों की जान बचाई।

उन्हें मरणोपरांत भारत के सर्वोच्च वीरता पुरस्कार ‘अशोक चक्र’ से सम्मानित किया गया।
उनकी वीरता पर आधारित फिल्म ‘नीरजा‘ ने भी उनकी कहानी को जन-जन तक पहुँचाया।


चंडीगढ़ : प्रेरणा का शहर

चंडीगढ़ न केवल वास्तुकला और हरियाली के लिए, बल्कि इन अनमोल रत्नों के लिए भी मशहूर है।
यह शहर एक आदर्श उदाहरण है कि कैसे एक सुनियोजित वातावरण, अच्छी शिक्षा व्यवस्था और संस्कृति का मेल व्यक्तित्व निर्माण में अहम भूमिका निभाता है।

चंडीगढ़ ने हमें प्रेरणा देने वाले कलाकार, खिलाड़ी, उद्यमी और राष्ट्रसेवी दिए हैं, जिनकी उपलब्धियाँ आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेंगी।
चंडीगढ़ की आत्मा, उसकी मिट्टी में बसे ये सितारे, आज भी हमें बताते हैं — “अगर सपना बड़ा हो और इरादा मजबूत हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं।

Twinkle Pandey

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